बनासकांठा, गुजरात : गुजरात के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही है, जिनमें से एक है 'नमो ड्रोन दीदी योजना'। इस योजना ने तालेपुरा गांव की आशा चौधरी की जिंदगी बदल दी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग तक पढ़ाई कर चुकीं आशा अब पेशेवर ड्रोन पायलट बन चुकी हैं। 2023 में उन्होंने पुणे में 15 दिनों का ड्रोन ऑपरेशन प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के बाद उन्होंने ड्रोन की मदद से कीटनाशकों का छिड़काव शुरू किया। सरकार ने आशाबेन को एक मध्यम आकार का ड्रोन, एक ई-वाहन और एक जनरेटर सेट भी उपलब्ध कराया है। वह अब तक मूंगफली, अरंडी, बाजरा, पपीता और सौंफ जैसी फसलों पर प्रभावी छिड़काव कर चुकी हैं। आशा एक एकड़ जमीन पर ड्रोन से छिड़काव के लिए 500 रुपये चार्ज करती हैं और लाखों की कमाई कर रही हैं। #gujarat @namodidi #video